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In karano se banta hai kundli mein Gandmool dosh, jaaniye ise door karne ke jyotishiya upay.

Gandmool dosh kundli mein tab banta hai jab vyakti ka janm kisi vishesh nakshatra mein hota hai, jaise ki Ashwini, Ashlesha, Magha, Jyestha, Moola, aur Revati. Yeh dosh vyakti ki zindagi mein kai prakar ke sankat, arthik samasyaayein, aur parivaarik tanav lekar aa sakta hai.

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In karano se banta hai kundli mein Gandmool dosh, jaaniye ise door karne ke jyotishiya upay.

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Presentation Transcript


  1. In karano se banta hai kundli mein Gandmool dosh, jaaniye ise door karne ke jyotishiya upay. गंडमूलदोषवै?दकज्यो?तषकाएकमहत्वपूणर्श?वषयहै, जोअ?सरलोगोंऔरप?रवारोंमें?चंताओंकाकारणबनताहै।यहदोषतबबनताहै जब?कसीव्यि?तकाजन्म?वशेषनक्षत्रोंमेंहोताहै।आइएजानेंइसक ेबननेक ेकारण, इसक ेसंभा?वतप्रभावऔरइसेकमकरनेक ेउपाय।

  2. गंडमूलनक्षत्रदोशब्दोंसे?मलकरबनाहैिजसमेंगंडकाअथर्शगांठसेहोताहैऔरमूलकाअथर्शहैजड़सेहोताहै।गंडमूलनक्षत्रदोशब्दोंसे?मलकरबनाहैिजसमेंगंडकाअथर्शगांठसेहोताहैऔरमूलकाअथर्शहैजड़सेहोताहै। इसप्रकार, गंडमूलएक?वशेषनक्षत्रकीि?थ?तहोतीहै, जबचंद्रमा?कसी?वशेषरा?शनक्षत्रमेंगोचरक ेदौरानआरं?भकयाअं?तमचरणमें होताहैतोइसेगंडमूलनक्षत्रमानाजाताहै। गंडमूलनक्षत्रकाप्रभावइस?लए?वशेषमानाजाताहै?यों?कइसदौरानचंद्रमाएक?वशेष?थानपरहोताहै।इसेनकारात्मकऊजार्शकाप्रतीक अ?धकमानाजाताहै, ले?कनक ु छमामलोंमेंइसेसकारात्मकदृिष्टकोणसेभीदेखाजासकताहै। गंडमूल गंडमूलदोष दोष?या ?याहै है? गंडमूलदोषतबबनताहैजबजन्मक ेसमयचंद्रमा?वशेषनक्षत्रोंमेंहोताहै।येनक्षत्रदोसमूहोंमें?वभािजतहोतेहैं, जोरा?श चक्रक ेसं?ध?बंदुओंकाप्र?त?न?धत्वकरतेहैं।जब?कसीबच्चेकाजन्मइननक्षत्रोंमेंहोताहै, तोउसकीक ुं डलीमेंगंडमूलदोष मानाजाताहै।यहदोषऊजार्शमेंबदलावक ेकारणउत्पन्नहोनेवालेअसंतुलनकोदशार्शताहै। सभीनक्षत्रोंमेंसेक ु छऎसेनक्षत्रहोतेहैंिजन्हेंगंडमूलनक्षत्रभीकहाजाताहै।इननक्षत्रोंमें?वशेषरुपसेअश्वनीनक्षत्र, आश्लेषानक्षत्र ,मघानक्षत्र, ज्येष्ठानक्षत्र, मूलनक्षत्रऔररेवतीनक्षत्रगण्डमूलनक्षत्रहै।इननक्षत्रोंक ेसं?धक्षेत्रमेंआनेसेही येगण्डमूलबनजातेहैं।गण्डमूलनक्षत्रोंकोकाफीसंवेदनशीलऔरजीवनपरगहराअसरडालनेवालेनक्षत्रोंक ेरुपमेंजाना जाताहै।येनक्षत्रमुख्यतः?वा?थ्यकोप्रभा?वतकरतेहैं।ऐसामानाजाताहै?कगणमूलनक्षत्रमेंजन्मलेनेवालेव्यि?तक े ?लएइसकाप्रभाव?सफ र्शव्यि?ततकहीसी?मतनहींरहजाताहैबिल्कइनक ेप?रवारऔरआसपासकीप?रि?थ?तयांभीइससे प्रभा?वतहोतीहैं।

  3. गण्डमूल गण्डमूलनक्षत्र क े तुक ेतीननक्षत्र: अिश्वनी, मघा, मूल ● बुधक ेतीननक्षत्र: आश्लेषा, ज्येष्ठा, औररेवती नक्षत्रमें मेंक े तु क े तुऔर औरबुध बुधक े क ेनक्षत्र नक्षत्रआते आतेहैं हैंजो जोइस इसप्रकार प्रकारहैं हैं : ● इनमूलनक्षत्रोंक ेप्रभावमेंजन्मेव्यि?तको?कसीन?कसीकारणसेक ु छपरेशा?नयोंकासामनाकरनापड़सकताहै।गण्डमूलमें जन्मेबच्चेको?वा?थ्यसम्बन्धीपरेशा?नयांतोहोतीहीहैपरसाथसाथजीवनमेंआगेचलकरजन्मक ुं डलीमेंनौकरीकोलेकर परेशानीया?फरनौकरीकायोगनहोनाजैसीपरेशा?नयोंकासामनाभीकरनापड़सकताहै।हालां?कयहसबक ेसाथहोयहआवश्यक नहीं, व्यि?तनक्षत्रक े?कसचरणमेंजन्माहैइसकाउसक ेजीवनसम्बन्धीप?रणामोंमेंबहुतअ?धकमहत्वहै।इसकारणसेइसनक्षत्र मेंपैदाहुएबच्चोंक े?लएगंडमूलशां?तकरनेका?वधानरहाहै।गण्डमूलशां?तकरवालेनेसेगण्डमूलशां?तहोतीहैऔरइसक े नकारात्मकप्रभावोंसेबचावसंभवहोताहै।ज्यो?तषग्रंथोंमेंइसदोषक ेबारेमें?व?तारपूवर्शक?दयागयाहैऔरइसक ेबारेमेंपा?रजात, पराशरहोराशा?त्र, जातकाभरणंइत्या?दसभीप्राचीनग्रंथोंमेंगण्डमूलनक्षत्रोंतथाउनक ेप्रभावोंकावणर्शन?दयागयाहै। गंडमूल गंडमूलदोष दोषबनने बननेक े क ेकारण कारण ज्यो?तषअनुसारजब?कसीरा?शऔरनक्षत्रकाउदयएकसाथहोनायाइनकीसमािप्तएकसाथहोनागंडमूलकीि?थ?त कहलातीहै।अबइसक्रममेंक ु छरा?शयांऔरनक्षत्रइसप्रकारहैं : मेषरा?शक ेआरंभहोनेक ेसाथहीअिश्वनीनक्षत्रकाआरंभहोताहै ?संहरा?शक ेआरंभहोनेक ेसाथहीमघानक्षत्रकाआरंभहोताहै ● ●

  4. धनुरा?शक ेआरंभहोनेक ेसाथहीमूलनक्षत्रकाआरंभहोताहै कक र्शरा?शक ेअं?तमभागमेंहीआश्लेषानक्षत्रकीभीसमािप्तहोतीहै वृिश्चकरा?शक ेअं?तमभागमेंहीज्येष्ठानक्षत्रकीभीसमािप्तहोतीहै मीनरा?शक ेअं?तमभागमेंहीरेवतीनक्षत्रकीभीसमािप्तहोतीहै ● ● ● ● गंडमूलदोषकामुख्यकारणचंद्रमाकाइनछहनक्षत्रोंमेंहोनाहै।येनक्षत्ररा?शयोंक ेबीचसंक्रमण?बंदुओंसेसंबं?धतहैं, जो ऊजार्शमेंबदलावकाप्रतीकहैं।ऐसाप?रवतर्शनपरेशा?नयोंकोजन्मदेसकताहै, जोक ुं डलीमेंगंडमूलदोषक ेरूपमेंप्रकटहोताहै। ज्यो?तषीयग्रंथोंमेंयहभीउल्लेखहै?कइननक्षत्रोंक ेसं?ध?बंदुसंवेदनशीलक्षेत्रहोतेहैं, औरयहां?कसीभीग्रहकाप्रभावदोष क ेप्रभावकोबढ़ासकताहै।यहसंयोगजीवनक े?व?भन्नक्षेत्रोंमेंचुनौ?तयांलासकताहै, जैसे?वा?थ्य, क?रयरऔरसंबंध। इसक ेअ?त?र?त, क ुं डलीमेंअन्यग्रहोंकीि?थ?तगंडमूलदोषकीतीव्रताकोप्रभा?वतकरसकतीहै।य?दश?नयाराहुजैसेक्र ू र ग्रहइननक्षत्रोंकोदेखतेहैं, तोदोषकाप्रभावबढ़सकताहै। गंडमूल गंडमूलनक्षत्र नक्षत्र गंडमूलनक्षत्रएकमहत्वपूणर्शज्यो?तषीयघटनाहै, जो?वशेषरूपसेचंद्रमाक ेद्वारा?न?मर्शतहोतीहै।चंद्रमाका?कसी?वशेषरा?श नक्षत्रमेंहोनागंडमूलकोबनाताहै।इसेशुभ-अशुभदोनोंप्रकारकीघटनाओंसेजोड़ाजाताहै।गंडमूलनक्षत्रकाप्रभावव्यि?तक े जीवनमेंअनेकप्रकारक ेबदलावोंऔरघटनाओंकोजन्मदेताहै।कईबारगण्डमूलनक्षत्रमेंजन्महोना,?ववाहमेंदेरीकाभीकारण बनताहै।नक्षत्रज्यो?तषक ेअनुसारचंद्रमाक ेएक?वशेषगोचर?थानसेजुड़ाहोनेक ेकारणइसका?कसीव्यि?तक ेजीवनपर गहराअसरपड़ताहै।गंडमूलनक्षत्रमेंजन्मक ेचलतेव्यि?तकोअपनेजीवनमेंकईउतार-चढ़ावदेखनेपड़सकतेहैं।आइयेजानने कीको?शशकरतेहैंगण्डमूलसेजुड़ेसकारात्मकऔरनकारात्मकप्रभाव।

  5. गण्डमूल गण्डमूलनक्षत्र नक्षत्रक े क ेशुभ शुभ-अशुभ अशुभप्रभाव प्रभाव गण्डमूलनक्षत्रकोलेकरएकआमधारणाइसक ेबारेमेंभयकीि?थ?तको?दखातीहै।गण्डमूलकोखराबमानाजाताहैजो एकदोषभीकहलाताहै।अबऎसेमेंजबकोईबच्चागण्डमूलमेंजन्मलेताहैतोयहउसक े?लएनकारात्मकि?थ?तक ेरुपमें देखीजातीहैऔरइसकीशां?तकोलेकर?वचार?कयाजाताहै। मानाजाताहै?कगंडमूलनक्षत्रमेंजन्माजातककईकारणोंसेखराबप्रभावझेलताहै।बच्चाअपने?लएमाता-?पताक े?लएया ?फरअपनेक ु लक े?लएघातकहोसकताहैले?कनयेनक्षत्रखराबहीहोंगेतोऎसा?बलक ु लभीनहींहै?यों?कइसक ेखराबऔर अच्छेदोनोंहीपहलूदेखेगएहैं। नक्षत्रचरणक ेआधारपरशुभ-अशुभफल गण्डमूलनक्षत्रोंक ेप्रभावकोसमझनेक े?लएइननक्षत्रोंक ेचरणोंकोसमझनाजरूरीहोताहै।?यों?कइनचरणोंक ेअनुसारही जन्मलेनेवालेबच्चेपरइसक ेअसरकोदेखाजाताहै।उदाहरणक े?लएअिश्वनीनक्षत्रक ेप्रथमचरणमेंजन्मलेनेवालेबच्चे क े?पताकोकष्टहोसकताहै।दूसरेचरणमेंसुख-समृद्?ध?मलतीहै।तीसरेचरणमेंउच्चपद?मलसकताहैऔरचौथेचरण मेंमानसम्मानकीप्रािप्तहोतीहै।इसनक्षत्रचरणकीि?थ?तकोदेखतेहुएगंडमूलनक्षत्रकोअच्छेऔरखराबदोनोंतरहक े असरदेनेवालामानाजाताहै।

  6. गंडमूल गंडमूलदोष दोषको कोकम कमकरने करनेक े क ेज्यो?तषीय ज्यो?तषीयउपाय उपाय वै?दकज्यो?तषगंडमूलदोषक ेप्रभावोंकोशांतकरनेक े?लएकईउपायप्रदानकरताहै।क ु छप्रभावीउपायइसप्रकारहैं: नक्षत्र ज्यो?तषीद्वाराबताएगएशुभसमयमुहूतर्शपर?कयाजाताहै। नक्षत्रशां?त शां?तपूजा पूजा: यह?वशेषपूजानक्षत्रक ेअ?धप?तदेवताकोप्रसन्नकरनेऔरदोषक ेप्रभावकोकमकरनेक े?लएकीजातीहै।इसे ?वशेष सकताहै।उदाहरणक े?लए, गायत्रीमंत्रयाभगवान?वष्णुक ेमंत्रोंकाजापअत्यंतप्रभावीहोसकताहै। ?वशेषमंत्रों मंत्रोंका काजाप जाप:नक्षत्रयाउसक ेअ?धप?तग्रहसेसंबं?धतमंत्रोंकाजापदोषक ेनकारात्मकप्रभावोंकोकमकरनेमेंसहायकहो दान दानकायर्श कायर्श : डॉ. ?वनयबजरंगीजीसेपरामशर्शकरअपनीक ुं डलीक े?लएउ?चतदानजानसकतेहैं। व्रत क े?लएबुधग्रहसेप्रभा?वतनक्षत्रोंक े?लएबुधवारकाव्रतलाभकारीहोसकताहै। व्रतका कापालन पालन : सप्ताहक े?वशेष?दनोंपरव्रतकरना, जोनक्षत्रक ेअ?धप?तग्रहसेसंबं?धतहो, राहतदेनेवालाहोसकताहै।उदाहरण ?वशेष सुरक्षाप्रदानकरसकतीहैऔरदोषक ेप्रभावकोकमकरसकतीहै। ?वशेषदेवताओं देवताओंकी कीपूजा पूजा :नक्षत्रोंक ेअ?धप?तदेवताओंजैसेभगवानगणेश, भगवान?वष्णुयादेवीलक्ष्मीकीआराधनाआध्याित्मक ?वशेषज्ञ आपकीक ुं डलीक ेअनुसार?वशेषउपायसुझासकतेहैं। ?वशेषज्ञसे सेपरामशर्श परामशर्श :एकअनुभवीज्यो?तषी, जैसेडॉ।?वनयबजरंगीजीसेपरामशर्शकरनामहत्वपूणर्शहै।उनकी?वशेषज्ञताक ेसाथ, वे

  7. ज्यो?तषी गंडमूलदोषकीजानकारीक े?लएक ुं डलीकाज्यो?तषीय?वश्लेषण?व?ताररुपसे?कयाजानाजरूरूहोताहै।क ुं डलीकीजांच करक ेचंद्रमाकीि?थ?त, उसक ेदृिष्टप्रभावऔरअन्यग्रहोंक ेसाथउसक ेयु?तयोगइत्या?दबातोंकोदेखाजाताहै।डॉ. ?वनय बजरंगीजीसंपूणर्शक ुं डलीकीजांचपरजोरदेतेहैं, िजसमेंक ुं डलीकीसारीशि?त?न?हतहोतीहैऔरचलरहीमहादशाकाभी ध्यानरखाजाताहै। उदाहरणक े?लए, य?दगंडमूलदोषएकशुभमहादशाक ेसाथमेलखाताहै, तोइसक ेनकारात्मकप्रभावकाफीहदतककमहो सकतेहैं।इसीप्रकार, महत्वपूणर्श?थानोंपरशुभग्रहोंकीउपि?थ?तदोषक ेप्रभावकोसमाप्तकरसकतीहै। ?नष्कषर्श ज्यो?तषीगंडमूल गंडमूलदोष दोषका का?वश्लेषण ?वश्लेषणक ै से क ै सेकरते करतेहैं हैं ?नष्कषर्श गंडमूलदोषडरावनालगसकताहै, यहयादरखनामहत्वपूणर्शहै?कइसक ेप्रभावकोउ?चतज्यो?तषीयमागर्शदशर्शनऔरसमयपरउपायोंक े साथकम?कयाजासकताहै।एक?वशेषज्ञजैसेडॉ. ?वनयबजरंगीजीआपकीक ुं डलीमेंदोषकीउपि?थ?तकोसमझनेऔरइसेदूरकरनेक े ?लएसहीउपायसुझानेमेंमददकरसकतेहैं।दोषकोबेहतरतरीक ेसेजानकरआपएकबेहतरऔरसुखमयजीवनकामागर्शदेखसकतेहैं। अगरआपअपनीक ुं डलीमेंगंडमूलदोषक ेबारेमें?चं?ततहैंयाइसक ेउपायोंक ेबारेमेंऔरअ?धकजानकारीचाहतेहैं, तोडॉ. ?वनयबजरंगी कीवेबसाइटपरव्यि?तगतज्यो?तषीयपरामशर्शक े?लएजाएं।उनक ेमागर्शदशर्शनसे, आपसंभा?वतचुनौ?तयोंको?वकासऔरसफलताक े अवसरोंमेंबदलसकतेहैं। Source https://www.vinaybajrangi.com/blog/kundali-mein-gandmool-dosh-janiye-ise-door-karne-ke-jyotishiya-upay URL:

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