0 likes | 11 Vues
Prakrti mein anamol ped-paudhe, phal aur beejon mein se ek anokha aur chamatkari ped hai, jo aapke jeevan ke samasyaon ka ultimate nidaan ho sakta hai - voh hai SAFED Gunja.<br>Gunja, jo ki jyotish aur tantr mein bhi mahatvapurn roop se prayog ki jaati hai, aapke jeevan mein shubh aur samriddhi laa sakta hai.<br>Gunja ka prachin aayurvedik aur jyotishiya mahatva hai, aur iski teen prakar ki mukhya visheshtaen hoti hain: laal gunja, saphed gunja aur kaalee gunja.<br>In gunjaon ko ghunghachee, rattee ya chontalee bhi kaha jata hai aur inka mahatva hai vyakti ke bhagya mein shubh prabhav laane mein.<br>Jyoti
E N D
र?ी (सफ़ े द गूंजा) र?ी (गुंजा) क े ?व?भ?न नाम सं?कृत – गुंजा, रि?तका, काकण?ती, का?बोजी,?हंद? – घुंगची, घूंची, घुमची, गूंच,बंगाल? – कुं चा मराठ? – गुंच,गुजराती – चणोठ?,पंजाबी– र?ी, लालड़ी,मलयालम – कुं ची,फ़ारसी – सुख?, च?मखरोश अं?ेजी – Indian or Wild Liquorice
?कृ?त म? कई ऐसे अनमोल पेड़-पौधे, फल और बीज पाए जाते ह? िजनक े सरल और सहज उपाय से आप अपने जीवन से जुड़ी क?ठन से क?ठन सम?याओं का ?नदान कर सकते ह?. ?यो?तष (Astrology) और तं? (Tantra) म? ?योग लाई जाने वाल? चम?कार? गुंजा भी उसी म? से एक है. आयुव?द (Ayurveda) और ?यो?तष क े ?लए ?योग म? लाई जाने वाल? गुंजा मु?य ?प से तीन ?कार क? होती है. लाल गुंजा, सफ े द गुंजा और काल? गुंजा. इसे घुंघची, र?ी या च?टल? भी कहते ह?. आइए धन और लोग? को अपनी ओर आक?ष?त करने वाल? काल? गुंजा क े सरल और ?भावी ?यो?तष उपाय (Astro Remedies) क े बारे म? ?व?तार से जानते ह?. गुंजा ( र?ी )का सं???त प?रचय यह एक ल?बी लता का पौधा है। इसका तना पतला, गोल एवं हरा होता है। इसक? प??यां ?मल? हुई इमल? क े समान होती है। िजसक े दोन? ओर 10 से 20 जोड़ी छोट? छोट? प??यां लगी होती है। यह प??यां ?वाद म? मीठ? होती है, इ?ह? खाने से गला साफ़ होता है, पुराने जमाने म? गायक इन प??य? को खाकर गायक? ?कया करते थे। ?सत?बर अ?टूबर क े म?य इसम? पु?प लगते है। पु?प गुलाबी अथवा सफ े द होते है। इसक े फल फल?दार होते है। ??येक फल? म? अनेक बीज होते है। ये बीज गोल, ?चकने, लाल तथा सफ े द होते है। ??येक बीज का वजन हमेशा एक र?ी होता है। इस?लए अ?त ?ाचीन काल से इन बीज? का ?योग सोना तोलने हेतु ?कया जाता रहा है। इस ?वशेषता क े कारण इ?ह? र?ी क े बीज कहा जाता है। गुंजा ( र?ी) का जोि?तश उपयोग गुंजा (Ratti Seeds) का धा?म?क ?प से बहुत अ?धक मह?व है। अपनी सम?याओं क े समाधान तथा कामनाओं क? पू?त?क े ?लए ?कए जाने वाले उपाय? म? इसक े बीज? का अ?धक ?योग ?कया जाता है। इसक े साथ साथ इसक? जड़ का भी अनेक धा?म?क काय? एवं उपाय? क े ?लए ?योग ?कया जाता है। जो ?यि?त इन उपाय? का ?व?वास क े साथ ?योग करता है, उसे अव?य लाभ क? ?ाि?त होती है। मूल ?प से गुंजा क? बीज को अ?यंत चम?का?रक ?भाव देने वाल? माना गया है। इस?लए यहाँ पर इसक? बीज? क े कुछ उपयोगी उपाय ?दए जा रहे है –
गु? पु?य अथवा र?व पु?य योग म? गुंजा (Ratti) क? बीज को एक ?दन पूव? ?नम??ण देकर, दूसरे ?दन सूय?दय क े समय ?नकालकर मौन रहते हुए घर ले आय?। इसे ?नम??ण देने हेतु जाकर जल चढाएं, कुछ पीले चावल डाल?, दो अगरब?ी लगाय? और हाथ जोड़कर ?ाथ?ना कर? ?क हे माता, म? कल ?ात: आपको मेरे साथ घर ले जाऊ ँ गा। आप मेरे क?याणकार? काय? को ?स?ध कर?। दूसरे ?दन ?ात: पुन: ऊपर ?लखे अनुसार जल चढाएं, अगरब?ी लगाएं और ?फर बीज को ?कसी ?ा?त कर ल?। मौन रखते हुए इसे घर ले आय?। घर आकर शु?ध जल अथवा गंगाजल से इसे ?व?छ कर प?छ ल?। पूव? अथवा उ?र ?दशा क? ओर ऊनी अथवा सूती आसन पर बैठ जाएँ। अपने सामने एक बाजोट अथवा पाटा रख?। उसक े ऊपर ?व?छ लाल व?? ?बछाएं। उसक े ऊपर इस बीज को ?थान द?। अगर स?भव हो तो बाजोट पर पहले गेहूं क? छोट? ढेर? बनाएं और उसक े ऊपर बीजको ?था?पत कर?। इसक े प?चात बीज को अगरब?ी अ?प?त कर?। त?प?चात अपने इ?ट क े ?कसी भी म?? का एक माला जप कर?। जप क े बाद ?णाम कर? और आव?यकतानुसार बीज का ?योग कर?। इस ?कार से ?स?ध ?कया गया बीजअ?यंत ?भावी होती है। मु?य ?प से यह ?योग धनाभाव क? ि?थ?त को दूर करने क े ?लए ?कया जाता है। इस?लए िजन ?यि?तय? पर कज? अ?धक है और वह उतर नह?ं रहा अथवा िजन लोग? का अपना ?यवसाय है ?क?तु कुछ ??य? अथवा परो? कारण? से लाभ कम तथा हा?न अ?धक हो रह? है, वे यह ?योग अव?य कर?। बीज को ?स?ध करने क े प?चात इसे लाल रंग क े नए व?? म? रखकर अपने धन रखने क े ?थान पर अथवा अपने ग?ले आ?द म? रख द?। ?भु कृपा से शी? ह? धनागमन म? जो बाधाएं आ रह? थी, वे धीरे धीरे दूर ह?गी और इसी क े साथ आपक? धन स?ब?धी सम?याएं भी समा?त होने लग?गी। इस बीज क े एक छोटे से टुकड़े को ?कसी कुं आर? क?या से गंगाजल अथवा ?कसी कुएं क े ?व?छ जल म? ?पसवा ल?। इस ?घसे हुए पे?ट से ?तलक लगाकर जो ?यि?त िजस काय? हेतु जाता है, उसका वह काय? ?स?ध होता है। इसक े साथ ह? उसे काफ? स?मान भी ?ा?त होता है। इस बीज को को बकर? क े दूध म? ?घसकर लेप बना ल? और इस लेप को ?न?य कुछ ?दन? तक हथे?लय? पर मल?।
ऐसा करने वाले ?यि?त क? बु??ध ती? होती है तथा उसक? ?मृ?त म? तेजी से वृ??ध होती है। शुभ न??? म? लाल गुंजा (Ratti) क े 21 बीज ?ा?त कर?। इ?ह? ??धा एवं ?व?वास से अगरब?ी ?दखाएँ। भगवान ?ीकृ?ण का मान?सक जाप कर? और इसक े प?चात इन बीज? को लाल व?? म? बांध कर जो ??ी इसे कमर पर धारण करती है, उसे पु? स?तान ?ा?त होने क े अवसर ?न?म?त होने लगते है।( यह लेख/वेबसाइट ?कसी भी ?कार से ?लंग भेद का समथ?न नह?ं करती है ) लाल गुंजा (Ratti) को ?व?छ जल म? ?घस कर माथे पर ?तलक लगाने से ?श?ा ?ा?त करने वाले छा?? क? मेधा शि?त म? वृ??ध होती है, पढ़ा हुआ याद रहने लगता है और ?मरण शि?त बढती है। ऐसे ब?चे पर??ा म? अ?छे न?बर? से उ?ीण? होते है। 21 लाल गुंजा (Ratti) को काले धागे म? ?परोकर ब?चे क े गले म? धारण करवाने से उ?ह? ?कसी ?कार क? नजर दोष का सामना नह?ं करना पड़ता। िजन ब?च? को बार बार नजर लगती है, उनक े माता पीता को अपने ब?चे क े ?लए यह ?योग अव?य करना चा?हए। गुंजा (Ratti)का ?यो?तषीय मह?व: उ?चाटन क े ?लए लाल र?ी क? जड़ तथा इसका पौधा मंगलवार या श?नवार क े ?दन िजसक े आंगन म? लगा ?दया जाए तो शी? ह? उस आंगन क े ?नवा?सय? का उ?चाटन होगा। ?सव क े ?लए लाल र?ी (बीज) क? को ग?भ?णी नार? क े कमर म? बाँध द? तो त?काल ?सव होगा। र?ी क े फल लेकर ग?भ?णी नार? क े क े श? म? बाँधने से सुख से ?सव होता है।
पु?य न?? यु?त र?ववार को गुंजा (Ratti) फल क े पौधे क? बीज लाकर, नील सूत से एक को कमर म? और दूसर? को ?सर म? बाँध देने से त?काल ?सव हो जाता है। वशीकरण क े ?लए लाल गुंजा (Ratti) क? बीज और पंचमल को एक? करक े म?? का पाठ करक े िजस ??ी को ?दया जाएगा वह? वशीभूत होगी। लाल गुंजा (Ratti) क े 21 बीज? को सदैव अपनी शट? क? जेब म? रखने वाले पर मंगल ?ह का कु?भाव नह?ं पड़ता है। रा??काल म? बीज खूंट? पर टंगे शट? म? रखे रहने द?। अगर ?कसी ब?चे को बार बार नजर लगती है तो 5 या 11 गूंजा लेकर ब?चे क े ऊपर से पांच बार उ?टा उतारकर ?कसी अंगार? या कफ?र क े साथ जला द?। इसक े अलावा लाल गुंजा वर और वधू को भी पहनाया जाता है िजससे क? उ?ह? बुर? नजर से बचाकर रखा जा सक ? । गुंजा (Ratti) क े सुंदर चमकदार लाल अथवा सफ े द रंग क े बीज फ?लय? म? से ?नकलते है। िजन?यि?तय?कोमंगलदोषहोउ?ह?लालगुंजा (Ratti) क े 21 बीज?कोहरसमयजेबम?रखनेसेलाभहोताहै। गुंजा(Ratti): का वा?तु म? मह?व ?कसी भी ?कार क? गुंजा का घर क? सीमा म? होना अ?यंत शुभ होता है। इसे घर क े पूव? अथवा उ?र म? रखने से और भी सकारा?मक प?रणाम ?ा?त होते है। िजस घर म? गुंजा क? होती है उस घर क? सुख समृ??ध म? वृ??ध होती है। वहां आरो?य ि?थर रहता है तथा समाज म? उस प?रवार क? ??त?ठा म? ???ध होती है।
हमारे पास वै?द?म??? ?वारा ?व?ध पुव?क ?स?ध कर? हुई र?ी ( गूंजा ) उपल?ध है Aur Jaanne Ke liye: https://swatiastroresearchcentre.com/ratti-safed-gunja-36