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छत्तीसगढ़ के आदिवासियों की उम्मीद बना अडानी सरगुजा
इंडियन इंडस्ट्रियल समूह अडानी ग्रुप पिछले करीब 5 दशक से हमारे देश में अलग अलग क्षेत्रों में काम कर रहा है। रिसोर्स जनरेशन, पोर्ट मैनेजमेंट, रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर, सीमेंट इंडस्ट्री जैसे क्षेत्रों में सक्रिय अडानी ग्रुप ने हाई-स्केल डेवलपमेंट किया है। वहीं दूसरी ओर समाज के निचले स्तर पर बदलाव लाने के लिए अडानी सरगुजा जैसी स्कीम भी देश को दी है, जिससे अब तक शिक्षा जैसी ज़रूरी सुविधा से वंचित रहे क्षेत्र में शिक्षा पहुँच रही है। अडानी सरगुजा ने इन नागरिकों को यह विश्वास दिलाया है कि अब उनके बच्चों को भी एक बेहतर जीवन मिलेगा, उनके क्षेत्र में अब आज नहीं तो कल दूसरी वे सभी सुविधाएँ पहुँचेगी जिसकी उनको ज़रूरत है और वे भी देश के दूसरे नागरिकों के जैसे एक सुरक्षित जीवन, सुखी जीवन और सफल जीवन जी पाएंगे।
जाने अडानी सरगुजा की शुरुआत कैसे हुई और आज देश को उससे कितना लाभ मिल रहा है ? अडानी ग्रुप देश के उच्च वर्गीय लोगों के साथ निचले तबके के लोगों को भी भारत के विकास में बराबर का हिस्सेदार मानता है। अडानी सरगुजाजैसी स्कीम यह बताती है कि शिक्षा का जितना अधिकार शहर में रहने वाले बच्चों को है वही अधिकार आदिवासी बच्चों को भी मिलना चाहिए। इसी भावना के साथ वर्ष 2013 में अडानी विद्या मंदिर स्कूल को छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल जिला सरगुजा में स्टार्ट किया गया जिसे अडानी सरगुजा के नाम से जाना जाता है।आदिवासी बहुल जिला सरगुजा में स्टार्ट किया गया जिसे अडानी सरगुजा के नाम से जाना जाता है। केंद्रीय शिक्षा मंडल द्वारा मान्यता प्राप्त एवं को-एड (को-एजुकेशन का लघु रूप) आधारित, अडानी सरगुजा द्वारा बिना किसी भेदभाव के क्षेत्र की आदिवासी प्रजाति और ग्रामीण परिवारों के लड़के एवं लड़कियों दोनों को सामान शिक्षा दी जा रही है। यहाँ लगभग 700 बच्चों को स्मार्ट एजुकेशन दिया जा रहा है।
अडानी सरगुजा विद्या मंदिर के अलावा भी देश भर में गरीब वर्ग के बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए अडानी ग्रुप ज्ञानोदय, उत्थान, नवचेतन विद्यालय, नवयुग वर्ल्ड स्कूल, आमची शाला-आदर्श शाला, अडानी पब्लिक स्कूल, अडानी विद्यालय, अम्बुजा निकेतन स्कूल जैसी कईयों स्कीम सुचारु रूप से और निस्वार्थ भाव से संचालित कर रहा है। अडानी ग्रुप के इन सभी इनिशिएटिव्स से आज 3000 से अधिक बच्चों को मुफ्त शिक्षा, 6000 से अधिक बच्चों को स्मार्ट एजुकेशन के लिए सब्सिडी और 512 सरकारी स्कूलों के 1 लाख से अधिक विद्यार्थियों को बड़ी सुगमता से उच्च स्तरीय शिक्षा मिल रही है जिसकी कल्पना उनके क्षेत्र में करना किसी समय में असंभव था। मगर अडानी ग्रुप की राष्ट्र निर्माण की सोच और आने वाली जनरेशन को दुनिया में सबसे अव्वल बनाने के सपने की वजह से आज यह संभव हुआ है। यही एक तरीका है जिससे हम आने वाले समय में सबसे श्रेष्ठ राष्ट्र के गौरवशाली नागरिक कहलाने का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं, क्यूँकि जिस देश के बच्चे सक्षम होंगे वह देश सबसे आगे होगा।