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भारत की सहयोगी भावना का प्रतीक अडानी गोड्डा प्लांट
भारत हर कठिन समय में पड़ोसी देशों की मदद करता आया है और खुद के विकास के साथ अन्य देशों को भी विकास कार्यों में सहयोग देता आया है। भारत के अग्रणी उद्योग अडानी ग्रुप ने भी भारत सरकार के साथ कदम से कदम मिलकर हमेशा राष्ट्र हित में काम किया है। अडानी गोड्डा जैसे अति आधुनिक पावर प्लांट की स्थापना और उससे पड़ोसी बांग्लादेश की बिजली आपूर्ति कर अडानी ग्रुप भारत की इस परम्परा को और बेहतर ढंग से आगे बढ़ा रहा है। • बांग्लादेश बिजली बोर्ड के साथ किये गए पावर परचेस एग्रीमेंट के अंतर्गत अडानी गोड्डा द्वारा अगले 25 वर्षों तक बिजली की सप्लाई बांग्लादेश को की जाएगी। एडवांस तकनीकों से निर्मित इस अडानी गोड्डा पावर प्लांट से देश में और अधिक आधुनिक प्लांट विकसित करने की भी नई राह मिलेगी।
अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट से बांग्लादेश को राहत • बांग्लादेश में वर्तमान माहौल में बिजली का उत्पादन करना संभव नहीं है। बांग्लादेश सरकार के लिए अति आवश्यक है देश की रोजमर्रा जरूरतों के लिए और विकास कार्यों को पूरा करने के लिए बिजली आयात राष्ट्रीय प्राथमिकताओं में से एक है। अर्थव्यवस्था को सुचारु तरीके से संचालित करने के लिए बांग्लादेश सरकार को दी जाने वाली अडानी ग्रुप की इस सहयता से देश को राहत मिलेगी और भारत बांग्लादेश संबंध और भी मजबूत होंगे।
अडानी गोड्डा पॉवर प्लांट में बिजली उत्पादन के साथ पर्यावरण प्रदुषण पर नियंत्रण करने हेतु गैस डी-सुल्फ्युराइज़र(एफजीडी) एवं सेलेक्टिव कैटेलिटिक रीकन्वर्टर (एससीआर) जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है। पर्यावरण सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध अडानी ग्रुप द्वारा विश्व स्तरीय पॉल्यूशन कंट्रोल प्रणाली के इस्तेमाल से अडानी गोड्डा प्लांट को एक अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट (युएससीटीपीपी) के रूप में एक नया नाम मिला है।
अडानी ग्रुप के अडानी गोड्डा प्लांट से दी जाने वाली बिजली से वहाँ की रोजाना की मांग के साथ विकास कार्यों में लगने वाली बिजली की भी पूर्ति होगी और अर्थव्यवस्था सुचारु तरीके से चल सकेगी। भारत द्वारा दी जाने वाली इस मदद से दोनों ही देशों के संबंध लम्बे समय तक बेहतर बने रहेंगे। इसके साथ ही अडानी ग्रुप के इस अत्याधुनिक अडानी गोड्डा अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर प्लांट से भारत को विश्व स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। और इससे भारत के इंडस्ट्रियल सेक्टर को भी पर्यावरण की सुरक्षा को देखते हुए कमर्शियल डेवलपमेंट को बढ़ाने और बेहतर बनाने के लिए भी एक उदाहरण मिलेगा जिससे हम एक बेहतर राष्ट्र निर्माण की ओर एक कदम आगे बढ़ेंगे।