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Adani Godda
E N D
अडानी गोड्डा का बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति समझौता : क्षेत्रीय सहयोग की चमकती किरण
भारत और बांग्लादेश के बीच ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग की एक नई कहानी लिखी जा रही है। अडानी ग्रुप के गोड्डा बिजली संयंत्र से बांग्लादेश को दीर्घकालिक बिजली आपूर्ति समझौता इस सहयोग का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। यह समझौता न केवल बांग्लादेश की बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने में सहायक होगा, बल्कि दोनों देशों के बीच आर्थिक एवं सामरिक संबंधों को भी मजबूत करेगा। आइए, इस समझौते के विभिन्न पहलुओं, इसके महत्व और भविष्य की संभावनाओं पर गौर करें। Source Url :- https://www.hurr.in/adani-goddas-power-supply-agreement-to-bangladesh-a-shining-ray-of-regional-cooperation/
समझौते की रूपरेखा : आपसी लाभ का सूत्र यह समझौता 25 वर्षों की अवधि के लिए बांग्लादेश को 748 मेगावाट बिजली की आपूर्ति का प्रावधान करता है। बिजली की आपूर्ति झारखंड स्थित गोड्डा थर्मल पावर प्लांट से की जाएगी और इसके लिए 500 किलोमीटर लंबी हाई-वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जाएगी। वर्ष 2017 में तय की गई दर के अनुसार, बांग्लादेश को प्रति यूनिट बिजली के लिए 12.49 सेंट अमेरिकी डॉलर का भुगतान करना होगा। 02 06
यह समझौता दोनों देशों के लिए पारस्परिक लाभ का सूत्र है। बांग्लादेश को सतत रूप से बिजली की आपूर्ति प्राप्त होगी, जिससे उसकी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और उद्योगों को ऊर्जा की आवश्यक पूर्ति हो सकेगी। ग्रामीण विद्युतीकरण में भी तेजी आएगी, जिससे बांग्लादेश के दूरदराज के क्षेत्रों का विकास होगा और जीवनयापन का स्तर ऊंचा उठेगा।
भारत के लिए भी यह समझौता कई लाभदायक पहलुओं को समेटे हुए है। यह पड़ोसी देश के साथ मजबूत आर्थिक संबंध स्थापित करने में सहायक होगा। साथ ही, बिजली निर्यात क्षमता में वृद्धि के साथ भारत को विदेशी मुद्रा प्राप्ति में भी बढ़ोतरी होगी। यह समझौता ऊर्जा क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाली भारतीय कंपनियों के लिए भी नए अवसर खोलेगा, जिससे रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।