0 likes | 11 Vues
Adani Godda
E N D
भारत-बांग्लादेश के ऊर्जा संबंधों को मजबूत कर रही अडानी गोड्डा परियोजना: एक विस्तृत विश्लेषण
भारत और बांग्लादेश, साझा इतिहास और संस्कृति से बंधे हुए पड़ोसी देश हैं। इन देशों के बीच सहयोग के कई क्षेत्र हैं, जिनमें से ऊर्जा क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। अडानी गोड्डा थर्मल पावर प्लांट परियोजना इस सहयोग का एक प्रमुख उदाहरण है।
यह परियोजना न केवल बांग्लादेश को उसकी बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करने में मदद कर रही है, बल्कि दोनों देशों के बीच आर्थिक विकास और क्षेत्रीय सहयोग को भी बढ़ावा दे रही है। आइए, इस ब्लॉग में हम अडानी गोड्डा परियोजना के विभिन्न पहलुओं और भारत-बांग्लादेश के ऊर्जा संबंधों पर इसके सकारात्मक योगदान पर विस्तार से चर्चा करें।
परियोजना का अवलोकन: अडानी गोड्डा थर्मल पावर प्लांट, बांग्लादेश के गोड्डा जिले में स्थित एक सुपरक्रिटिकल कोयला आधारित बिजली संयंत्र है। इस परियोजना को अडानी पावर (पूर्व में अडानी पावर लिमिटेड) द्वारा विकसित किया गया है, जो भारत की एक प्रमुख बिजली उत्पादन कंपनी है। यह संयंत्र 1600 मेगावाट की कुल क्षमता के साथ दो चरणों में बनाया गया है। पहले चरण में 800 मेगावाट की क्षमता का उद्घाटन दिसंबर 2019 में किया गया था, जबकि दूसरे चरण का उद्घाटन दिसंबर 2020 में किया गया था।
अडानी गोड्डा परियोजना भारत और बांग्लादेश के बीच एक संयुक्त उद्यम है। बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (BPDB) इस परियोजना में 25% हिस्सेदारी रखता है। यह संयुक्त स्वामित्व मॉडल दोनों देशों के बीच सहयोग और साझेदारी को दर्शाता है।