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Unseen Passage for Class 6 Hindi| Sharpen Reading and Comprehension Skills Unseen passages for class 6 Hindi offer significant benefits for Class 6 students. They expose students to diverse literary works, fostering empathy and cultural understanding. These passages improve language and communication skills, enhancing reading comprehension and writing abilities. Unseen passages also promote critical thinking, as students analyze themes and develop independent interpretations. Furthermore, they ignite creativity and imagination, encouraging students to think outside the box. By accessing unseen passages, Class 6 students gain a deeper appreciation for literature, expand their knowledge, and develop essential skills for personal and academic growth. अप?ठत ग?यांश भारत क? सं?कृ?त बहुत ?ाचीन है| यह ?याग और तप?या क? भू?म है| यहां ?यागी - तप?वी ऋ?ष और मु?न हुए ह?| उ?ह?ने अपने जीवन को संयम और तप से संवारा| लोग उनक े जीवन से बहुत ?भा?वत हुए| धीरे-धीरे उनक े अनुया?यय? क? सं?या बढ़ने लगी| प?रणाम यह हुआ ?क ऋ?ष-मु?नय? ने िजन आदश? क? ?थापना क?, वे हमार? सं?कृ?त क े अंग बन गए| हम भोग क? बजाय ?याग को मह?व देने लगे| इससे हमारे जीवन म? सादगी आई, स?चाई आई| आज पूर? दु?नया ‘खाओ, ?पयो और मौज करो’ क? नी?त पर चलकर ?दूषण और ?वनाश को ?नमं?ण दे रह? है, वह?ं भारत ?याग, बचत और क?याण क े माग? पर चल रहा है| तभी हमारे देश म? महा?मा गांधी जैसे महान नेता हुए| उ?ह?ने अ?हंसा और ?याग क े बल पर अं?ेज? को भारत से खदेड़ ?दया| ?न?न?ल?खत ??नो क े उ?र ?ल?खए- (क) ?याग से आप ?या समझते ह?? (ख) भारत म? ?याग को मह?व ?य? ?दया जाने लगा? (ग) संसार क े अ?य देश ?कस नी?त पर चल रहे ह?? (घ) भोग क? नी?त ?या कहती है? (ड़) अं?ेज? को भारत से ?कसने भगाया?
उपरो?त ग?यांश क े संभा?वत उ?र- (क) ?याग का अथ? है- भोग पर ?नयं?ण रखना| (ख) भारत क े ऋ?ष - मु?नय? क े कारण| (ग) संसार क े अ?य देश ‘खाओ, ?पयो और मौज करो’ क? नी?त पर चल रहे ह?| (घ) भोग क? नी?त कहती है- ‘खाओ, ?पयो और मौज करो’| (ड़) महा?मा गांधी ने अं?ेजो को भारत से भगाया| Apathit Gadyansh for Class 6 अप?ठत ग?यांश आएगा ?या समय, समय जो टला जा रहा | देखो जीवन ?यथ?, तु?हारा चला जा रहा || वीरो क? भाँ?त, खड़े हो जाओ अब भी | करक े कुछ जग बीच, बड़े हो जाओ अब भी || उ?योगी को कहाँ नह?ं, सुसमय ?मल पाता | समय न?ट कर , नह?ं सुख कोई पता|| आलस ह? है करा रहा, ये सभी बहाने| जो करना हो करो अभी, कल ?या होगा जाने || ?न?न?ल?खत ??नो क े उ?र ?ल?खए- (क) कवी ?कसक े ?वषय म? बात कर रहा है ? (ख) समय न?ट कर देने से कर देने से ?या ?मलता है ? (ग) आलसी ?यि?त सदैव ?या करता रहता है ? (घ) 'प?र?मी' का ?वलोम ?ल?खए? (ड) ??तुत प?यांश का उ?चत शीष?क ?ल?खए| उपरो?त ग?यांश क े संभा?वत उ?र-
(क) कवी समय क े ?वषय म? बात कर रहा है | (ख) समय न?ट कर देने से दुःख ?मलता है | (ग) आलसी ?यि?त सदैव बहाने करता रहता है | (घ) 'प?र?मी' का ?वलोम- ‘आलसी’ | (ड) ??तुत प?यांश का उ?चत शीष?क- ‘समय क? पहचान है|’ Discursive Passage Hindi for Class 6 अप?ठत ग?यांश सीमा पर ब?चो क? टोल?, खेले रोज़ ?यार क? होल?, वापस लूँ बंदूक े गोल?| ?सफ ? ?खलौने ह? ?दलवाऊ ं , अगर म? रा??प?त बन जाऊ || ब?चे बड़े पद? पर होएं, बड़े-पेड़ ?ब?तर म? सोएं, ?कलकार? क? फसल? बोए| खूब चुटकुले उ?ह? सुनाऊ, अगर म? रा??प?त बन जाऊ|| ?न?न?ल?खत ??नो क े उ?र ?ल?खए- (क) कवी बड़े ल?गो क े ?लए ?या सोचता है ? (ख) '?कलकार? क? फसल?' से कवी का ता?पय? ?या है ? (ग) ?कलकार? क? फ ै सले क ै से उगेगी ? (घ) 'पद' श?द का उ?चत समानाथ? श?द चु?नए ? (ड़) ??तुत प?यांश का उ?चत शीष?क ?ल?खए |
उपरो?त ग?यांश क े संभा?वत उ?र- (क) कवी सोचता है क? बड़े लोगो को ?ब?तर पर सोएं | (ख) '?कलकार? क? फसल?' से कवी का ता?पय? खु?शय? क? फसल? से है| (ग) ?कलकार? क? फ ै सले हंसने से उगेगी | (घ) 'पद' श?द का उ?चत समानाथ? श?द- ओहदा| (ड़) ??तुत प?यांश का उ?चत शीष?क- 'अगर म? रा??प?त बन जाऊ' है| Unseen passages provide invaluable benefits for Class 6 students. They foster empathy, improve language skills, promote critical thinking, and spark creativity. To explore more unseen passages like this, visit StudiesToday.com and unlock a world of engaging literary works for further enrichment of your reading and learning experience.