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Unseen Poem Class 11 in Hindi

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Unseen Poem Class 11 in Hindi

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Presentation Transcript


  1. Unseen Poem for Class 11 in Hindi Unseen poem class 11 covers a significant bit of the Hindi paper. It contains around 24% imprints weightage in the test. Along these lines, students who need to score good grades in Class 11 Hindi should rehearse the understanding entry preceding the test. To help them in their planning, we have given the CBSE Unseen poems to Class 11 Hindi.Students should go through them and tackle the inquiries dependent on these appreciation sections. Read the Unseen Poem Class 11 in Hindi 01. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : शां?तनह?ंतबतक, जबतक सुख - भागननरकासमहो, नह?ं?कसीकोबहुतअ?धकहो, नह?ं?कसीकोकमहो| ऐसीशां?तरा?यकरतीहै तनपरनह?ं, ?दयपर, नरक ेऊ ं चे?व?वास?पर

  2. ??धा, भि?त, ?णयपर | ?यायशां?तका?थम?यासहै जबतक?यायनआता | जैसाभीहोमहलशां?तका | सु?ढ़नह?ंरहपता | कृ??मशां?तशशंकआप अपनेसेह?डरतीहै, ख?गछोड़?व?वास?कसीका कभीनह?ंकरतीहै | औरिज?हेइसशां?त - ?यव?था म?सुख - भोगसुलभहै, उनक े?लएशां?तह?जीवन, सार, ?स??धदुल?भहै | उपरो?तका?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक े उ?र?ल?खए- (क) सामािजकजीवनम?अशां?तका?याकारणबतायागया है ? उ?र- सामािजकजीवनम?आ?थ?क?वषमताक ेकारणसभी कोसुख - भोगकासमानअवसरन?मलनातथा ?यायका?यवहारनहोनाअशि?तकामूलकारणबतायागया है | (ख) कृ??मशां?तसे?याहा?नसंभवहै ? उ?र- कृ??मशां?त?थापनासेवहशां?त?थायीनह?ं रहतीहै, ?य??कउसमेआशंका, भयएवं?व?वेषबना रहताहै, उसमे?व?वासक?कमीरहतीहै | ऐसीशां?तसे यहहा?नहोतीहैक?समाजकावातावरणखुशहाल नह?ंरहताहै | (ग) ??तुतका?यांशसे?या?ेरणादायीस?देश?दया गयाहै ? उ?र- ??तुतक?वताम?यहस?देश?दयागयाहैक? मानवसमजक ेसम?यु?धऔरशां?तक?जो?चर सम?याहै, उसकासमाधानसमता, ?यायएवंपर?पर?व?वास रखनेसेह?होसकताहै| हमेसमाजएवंरा?? म?शां?त?थापनाक े?लएसमताएवं?यायकाप? - पोषणकरनाचा?हए| (घ) क?व?कस?कारक?शां?तकोमह?वपूण?मानताहै ? उ?र- क?वसमाजम?शां?त - ?यव?थाकोपसंदकरता है| शां?तदो?कारसे?था?पतहोतीहै | एकतोतलवार याशि?तक ेबलपर?था?पतक?जातीहैऔरदूसर?समाज म?आ?थ?कसमानतालाकर?था?पतक?जा सकतीहै| क?वसमाजम??यायऔरआ?थ?कसमानतालाकर ?था?पतक?जानेवाल?शां?तक ेप?धरहै|

  3. (ड़) देश - समाजम?शां?त - ?थापनाका?थम?यास?कसेबतायागयाहै ? उ?र- देश - समाजम?शां?त - ?थापनाका?थम?याय सभीकोसमतामूलक?याय?मलनाबतायागयाहै, अथा?तसमाजम?सभीको?याय?मलनेसेह?शि?त?थ?पत होसकतीहै| Also read:-Unseen Poem class 10 in hindi 02. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : ?भुनेतुमकोकरदान?कये, सबवां?छतव?तु?वधान?कये | तुम?ा?तकरोउनकोनअहो, ?फरहै?कसकावहदोषकहो? समझोनअल?य?कसीधनको, नरहोन?नराशकरोमनको | ?कसगौरवक ेतुमयो?यनह?ं, कबकौनतु?हेसुखभो?यनह?ं? जनहोतुमभीजगद??वरक े , सबहैिजसक ेअपनेघरक े | ?फरदुल?भ?याउसक ेमनको? नरहो, न?नराशकरोमनको | करक े?व?ध - वादनखेदकरो, ?नजल?य?नरंतरभेदकरो | बनताबसउ?धमह??व?धहै, ?मलतीिजससेसुखक??न?धहै | समझो?धक्?नि??यजीवनको, नरहो, न?नराशाकरोमनको | उपरो?तका?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक े उ?र?ल?खए- (क) वां?छतव?तुओंको?ा?तन?सकनेम??कसका दोषहैऔर?य? ?

  4. उ?र- ई?वरनेइसधरतीपरअनेक?कारक?व?तुओंका?नमा?ण?कयाहैऔरउनसभीव?तुओंकाउपभोग करनेक े?लएमनु?यकोदोहाथ?दएहै| अतएवअपनेहाथ? काउ?चतउपयोगकरक ेमनु?यवां?छतव?तुओं का?ा?तकरसकताहै | य?दवहऐसानह?ंकरताहै, तो दोषउसीकाहै; ?य??कउ?चतकम?और?मनकरने कादोषमनु?यकाह?है| (ख) ?व?ध - वादकाखेदकौन?य?तकरतेहै ? उ?र- इससंसारम?कुछलोगउ?चतप?र?मनह?ंकरते हैऔरछोट? - छोट?बातपरभीकहतेरहतेहै?कयह सबभा?यकाखेलहै, अथा?तभा?यवाद?बनकर?नराशहो जातेहै | इसकारणवेल?यको?ा?तकरनेका उ?चत?यासभीनह?ंकरतेहै | ऐसेलोगह??व?ध - वाद काखेद?य?तकरतेहै | (ग) इसका?यांशसे?या?ेरणाद?गयीहै ? उ?र- इसका?यांशसेक?वनेसभीमनु?य?कोअथवा सभीभारतीय?कोयह?ेरणाद?है?कवे?नराशनहो, ल?य?ाि?तकाउ?चत?यासकर?| इस?लएवेकम??न?ठ एवंसाहसीबनेतथासभी?ा?णय?म??े?ठ?ाणी होने क ेनातेजीवन - माग?परसफलतासेबढ़तेजावे | वेकुछ नकुछकामकरतेरहे| (घ) का?यांशसेक?वक ेकौनसे?वचार?काप?रचय?मलता है ? उ?र- का?यांशकोपढ़करक?वक े?वचार?क ेबारेम? अनुमानलगायाजासकताहै| इसका?यांशसे?ानहोता है?कक?वमानवकोभा?यकोकोसतेरहने?कअपे?ाप?र?म करक ेजीवनकोउ?नतऔरसुखमयबनाने ?क?ेरणादेनाचाहताहै| क?वमानवीयसंवेदनाएवंआ?याि?मक ??टकोणरखताहैऔरपर?हतकोधम? मानताहै| वहकाय?पर?व?वासकरनेवालाएवंभा?य भरोसेरहनेवालानह?ंहै| (ड़) उनपंि?तय?कोपहचा?नएिजनसेपताचलताहै?क क?वआि?तकहै, ई?वरकोमानताहै| उ?र- क?वप?र?मकोमह?वपूण?मानताहैऔरई?वर क े??तभीआ?थारखताहैवहई?वरकोमनाताहैइस ?क?योतकपंि?तयाँयेहै- जनहोतुमभीजगद??वरक े , सबहैिजसक ेअपनेघरक े | Also read:-Unseen Poem class 9 in hindi 03. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : छोड़ोमतअपनीआन, सीसकटजाये मतझुकोअनयपर, भले?योमफटजाये, दोबारनह?यमराजक ं ठधरताहै, मरताहैजो, एकह?बारमरताहै | तुम?वयंमरणक ेमुखपरचरणधरोरे |

  5. जीनाहोतोमरनेसेनह?ंडरोरे || उपशमकोह?जा?तधम?करतीहै, शम, दम, ?वरागको?े?ठकम?कहतीहै, धृ?तको?हार, शां?तकोवम?कहतीहै, अ?ोध, ?वनयको?वजयमम?कहतीहै, अपमानकौन, वहिजसकोनह?ंसहेगी? सबकोअसीमसबकाबनदासकहेगी || दोउ?ह?राम, तोमा?नामवेल?गी, ?व?मीशरासनसेनकामवेल?गी, नवनीतबनादेतीभटअवतार?को, मोहनमुरल?धरपांचज?य - धार?को| पावककोबुझातुषारबनादेतीहै, गाँधीकोशीतल?रबनादेतीहै | उपरो?तका?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक े उ?र?ल?खए- (क) ??तुतक?वताकाक ? ??यभाव?याहै? उ?र- ??तुतक?वताकाक ? ??यभावयहहै?कपरा?म, पु?षाथ?एवंस??यताअपनाये?बनाक े वल?वनयएवं अ?हंसासेरा??का?नमा?णनह?ंहोसकता | इस?लए सदाजागृ?तरखनेकोज?रतहै | (ख) इससंसारम??कस?यि?तकोअपमानसहनापड़ताहै? उ?र- जो?यि?तआन- बानक??चंतानकरक ेचुपचापअ?याय सहताहै, क े वलशां?तकोह??े?ठकत??य मानताहैतथापु?षाथ?नह?ं?दखाताहै, ऐसे?यि?त कोअपमानसहनापड़ताहै | (ग) क?व?कसबातपरअंडेरहनेक े?लएकहताहै? उ?र- क?वकहताहै?कअ?यायपरभीमतझुकोऔरहरहालत म??यायपूण?बातपरअंडेरहो | (घ) क?वने?याअपनान??कबातकह?है? उ?र- ??तुतक?वतांशम?क?वनेअ?हंसा, सहनशीलता औरभी?ताकोछोड़करवीरता, ओजि?वतातथा ?नभ?यताअपनानेक?बातकह?है | (ड़) 'नवनीतबनादेतीबातअवतार?को - ऐसा?कसक े?लए और?य?कहाँगयाहै? उ?र- ऐसाकोर?अ?हंसावाद?नी?तक े?लएकहागयाहै | अ?हंसासेभलेह?बड़े - सेबड़ेपरा?मीको कोमल-?दयबनायाजासकताहै, पर?तुइससेअ?यायउ?पीड़न कोरोकानह?ंजासकता |

  6. Also read:-Unseen Poem class 8 in hindi 04. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : अरेवष?क ेहष? बरसतूबरस-बरसरसधार ! पारलेचलतूमुझको बह, ?दखामुझकोभी?नज गज?न-भैरवसंसार ! उथल-पुथलकर?दय मचाहलचलचलरेचल मेरेपागलबादल ! धंसतादलदल, हँसताहैनदखल्-खल् बहता, कहतीकुलकुलकलकलकलकल। देख-देखनाचता?दय बहनेकोमहा?वकल-बेकल, इसमरोरसे-इसीशोरसे— सधनघोरगु?गहनरोरसे मुझेमगनका?दखासघनवहछोर ! रागअमर ! अ?बरम?भर?नजरोर ! उपरो?तका?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक े उ?र?ल?खए- (क) बादलको ‘अरेवष?क ेहष?’ ?य?कहागयाहै? उ?र- बादलवषा?कालम?अथा?त्सालम?एकऋतुम? बरसकरसभी?ा?णय?कोशाि?तएवं?कसान?को खुशहाल?देतेह?।इसी?लएबादल?कोवष?क ेहष?कहा गयाहै। (ख) बादलकोपागल?य?एवं?कसकारणकहागयाहै? उ?र- बादलआकाशम?खूबउमड़-घुमड़मचातेह?, पागल? क?तरहअ?नयि??तरहकरकभीकमऔरकभी अ?य?धकवषा?करतेह?।इसीकारणबादलकोपागलकहा गयाहै।

  7. (ग) बादलसेअ?बरम??याभरनेकोकहागयाहै? उ?र- बादलकोअ?बरअथा?त्आकाशम?अपनीघोरगज?ना काभयानकश?द (गड़गड़ाहट) भरनेकोकहा गयाहै। (घ) “पारलेचलतूमुझको’ इसका?याआशयहै? उ?र- बादल?क ेवष?णसेकृषक?काजीवनखुशहालहोगा, इस?लए?कसानयाक?व?वयंकोपारलेचलनेक े ?लएकहताहै। (ड़) ??तुतका?यांशकाभाव-सौ?दय??प?टक?िजए। उ?र- ??तुतका?यांशम?क?वनेबादल?सेआ?मीयता ?दखातेहुएउ?ह?खूबबरसनेक े?लएकह?है।साथह? बादल?को?ा?णय?का?हतैषीबतायाहै। Also read:-Unseen Poem class 7 in hindi 05. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : यहधरतीहैउस?कसानक? जोबैल?क ेक?ध?पर। बरसातघामम?, जुआभा?यकारखदेताहै, खूनचाटतीहुईवायुम?, पैनीकुसीखेतक ेभीतर, दूरकलेजेतकलेजाकर, जोतडालतीहै?म?ट?को, पाँसडालकर,। औरबीजबोदेताहै नयेवष?म?नयीफसलक े , ढेरअ?नकालगजाताहै। यहधरतीहैउस?कसानक?। नह?ंकृ?णक?, नह?ंरामक?, नह?ंभीम, सहदेव, नकुलक?, नह?ंपाथ?क?, नह?ंरावक?,

  8. नह?ंरंकक?, नह?ंतेग, तलवार, धम?क?, नह?ं?कसीक?, नह?ं?कसीक?, धरतीहैक े वल?कसानक?। उपरो?तका?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक े उ?र?ल?खए- (क) क?वनेधरतीकाअसल??वामी?कसेऔर?य?बताया है? उ?र- क?वनेधरतीकाअसल??वामी?कसानकोबतायाहै, ?य??कवह?प?र?मकरक े , धरतीकोउव?राकरक े अ?नउगाताहै। (ख) ‘जुआभा?यकारखदेताहै’ कथनसे?याआशयहै? उ?र- ?कसानय?य?पखेतीपररात-?दनप?र?मकरताहै, तथा?पवहखेतीक?पैदावारकोअपनेभा?यका ??तफलमानताहै। (ग) ?कसानकोभा?यवाद?बतानेवाल?पंि?तकोछाँटकर ?ल?खए। उ?र- ?कसानभा?यवाद?होताहै, उसक?यह?वशेषताइस पंि?तसे?य?तहुई।है—’जुआभा?यकारखदेता है।’ (घ) ??तुतक?वताकामूलभाव?ल?खए। उ?र- ??तुतक?वताकामूलभावयहहै?क?कसानरात-?दन प?र?मकरक ेखेत?कोउपजाऊबनाताहै। धरतीकाअसल??वामीवह?है।राव, साम?तयाजमींदार तोउसकाशोषणह?करतेह?। (ड़) का?यांशकाउ?चतशीष?कद?िजए। उ?र- ??तुतका?यांशकाशीष?क ‘?कसानक?धरती’ होसकताहै। Also read:-Unseen Poem class 12 in hindi Download free study materials for your Examinations at Unseenpassage

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